केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि भारत में अब तक कोविड-19 के दो करोड़ टेस्ट हुए हैं. पिछले सप्ताह की पॉजिटिविटी रेट 11% थी. ऐसे क्यूमलेटिव नंबर के आधार पर भारत का पॉजिटिविटी रेट 8.89% है. देश के 28 राज्य ऐसे हैं जो प्रतिदिन 140 मिलियन टेस्ट कर रहे हैं. अभी एक्टिव केस 5 लाख 86 हजार हैं. लॉकडाउन के बाद मृत्यु दर अभी सबसे कम 2.10% है. कोविड से हुई मौतों में 68% पुरुष और 32% महिलाएं हैं.
उन्होंने बताया कि 17 साल से कम उम्र वालों के केस 1%, 18-25 साल के 1%, 26-44 साल के 11%, 45-60 साल के 37% और 60 साल से ज़्यादा उम्र वालों के केस 50% हैं.
उन्होंने बताया कि वेंटिलेटर की कीमत 1.5 लाख से लेकर चार लाख रुपये है. 60 हज़ार वेंटिलेटरों की आपूर्ति की प्रक्रिया जारी है. इन 60 हज़ार में से मेक इन इंडिया वेंटिलेटर 90% हैं. BEL के 30 हज़ार में से 18 हज़ार वेंटिलेटर 700 से अधिक अस्पतालों में लगाए जा चुका हैं. Andhra Med tech zoneके 13500 वेंटिलेटर और Maruti suzuki Agva के 10 हज़ार वेंटिलेटर लिए जा रहे हैं.
आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने कहा कि 10 लाख टेस्ट रोज़ाना करने की योजना है. दुनिया में 141 वैक्सीन पर काम चल रहा है जिसमें 26 वैक्सीन अलग-अलग स्टेज पर हैं. भारत में तीन वैक्सीन हैं जिसमें भारत बायोटेक का वैक्सीन फेज 2 ट्रायल में अब है. Zydus कैडिला का वैक्सीन भी फेज 2 ट्रायल में है. Oxford के वैक्सीन को serum इंस्टीट्यूट कर रहा है जिसको कल मंजूरी मिली है. इसका फेज 2 और 3 का ट्रायल 17 साइटों पर होना है जो एक हफ्ते में शुरू हो जाना चाहिए.
राजेश भूषण ने कहा कि 50 हजार वेन्टीलेटरों के लिए पीएम केयर्स फंड का भी इस्तेमाल किया गया है. जिसकी कीमत दो हज़ार करोड़ रुपये के आसपास है. मौत को लेकर कोई अंडर रिपोर्टिंग नहीं हो रही है. अब तक कुल टेस्ट का 25-30% एंटीजन टेस्ट किए गए हैं. कल 0.27% मरीज़ वेंटिलेटर पर थे. शुरू से अब तक भारत में 1% से अधिक मरीज़ कभी वेंटिलेटर पर नहीं गए हैं