कानपुर के दुर्दांत गैंगस्टर विकास दुबे को गुरुवार सुबह मध्यप्रदेश पुलिस ने नाटकीय अंदाज में उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया है. विकास की जिस तरह से गिरफ्तारी हुई, उसे लेकर विपक्षी दल खासकर कांग्रेस की ओर से संदेह जताया जा रहा है. बातें तो यहां तक कही जा रही हैं कि उसे एनकाउंटर से बचाने के लिए इस तरह से गिरफ्तारी कराई गई. छत्तीसगढ़ कांग्रेस की ओर से किए गए ट्वीट में मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मामले को जोड़ने की कोशिश की. उन्होंने कहा, ‘नरोत्तम मिश्रा उप विधानसभा चुनाव में कानपुर प्रभारी थे, विकास दुबे ने उस राज्य में आत्म समर्पण किया जहाँ नरोत्तम मिश्रा गृह मंत्री हैं. यह संयोग है, प्रयोग है या फिर सत्ता का दुरुपयोग है?.गौरतलब है कि विकास दुबे कई पार्टियों का सदस्य रहा है, इसमें बीजेपी भी शामिल रही है. यूपी बीजेपी के कुछ नेताओं से उसके नजदीकी कनेक्शन होने की बात भी मीडिया रिपोर्ट में आ चुकी है.
मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने इस मुद्दे पर सिलसिलेवार ट्वीट किए हैं. उन्होंने कहा, दुर्दांत गैंगस्टर विकास दुबे को मध्यप्रदेश की पुलिस नहीं पकड़ती है उसे महाकाल मंदिर का स्टाफ पकड़ता है. मध्यप्रदेश समर्पण का सबसे सुरक्षित स्थान है. इसके बावजूद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह गिरफ्तारी का श्रेय लेने में जुटे हैं.
पटवारी ने कहा कि मॉर्निंग वॉक करके नहाने के बाद मंदिर में दर्शन करने के बाद बंदे ने आराम से गिरफ्तारी दे दी.’ मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और दिग्गज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी गिरफ्तारी की परिस्थितियों को लेकर संदेह जताते हुए मामले की न्यायिक जांच की मांग की है.
दिग्गी ने एक ट्वीट किया-मैं शिवराज जी से विकास दुबे की गिरफ़्तारी या सरेंडर की न्यायिक जॉंच की मॉंग करता हूं. इस कुख्यात गेंगस्टर के किस किस नेता व पुलिसकर्मियों से सम्पर्क हैं जॉंच होना चाहिए. विकास दुबे को न्यायिक हिरासत में रखते हुए इसकी पुख़्ता सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए ताकि सारे राज़ सामने आ सकें. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘शिवराज जी आप बिना किसी कारण श्रेय ले रहे हैं, इसका श्रेय तो आपके गृह मंत्री जी को देना चाहिए’